प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दंतेवाड़ा दौरे को लेकर पूरे देश में चर्चा है, लेकिन प्रधानमंत्री दंतेवाड़ा के जिस गांव में बने एजुकेशन सिटी सेंटर में पहुंच रहे हैं, उसी गांव के लोगों को पता नहीं कि उनके क्षेत्र में कौन आ रहे हैं और क्यों आ रहे हैं।
हद तो यह हो गई कि जिसके पंचायत में प्रधानमंत्री का कार्यक्रम है, वहीं के सरपंच और एजुकेशन सिटी के लिए जमीन दान देने वाले को बुलावा तक नहीं है। यह गांव कोई आम गांव नहीं, बल्कि इसकी चर्चा प्रदेश और देश में एजुकेशन सिटी को लेकर पहले से ही है। और अब तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां आ रहे हैं, लिहाजा अब इस गांव को कौन नहीं जानेगा। गांव को तो सब जान जाएंगे, लेकिन गांव वाले यह नहीं जानते कि उनके क्षेत्र में कौन आ रहा है, गांव में प्रधानमंत्री के आने को लेकर कोई शोर-शराबा तक नहीं है।
गांव वाले देश के प्रधानमंत्री कौन है यह भी नहीं जानते हैं. वर्तमान सरपंच और पूर्व सरपंच बोमड़ा कवासी का कहना है कि उन्हें मीडिया से प्रधानमंत्री के आने की जानकारी हुई है, उन्हें किसी तरह का कोई बुलावा नहीं मिला है. इसका उन्हें बेहद अफसोस है क्योंकि उनके पंचायत में प्रधानमंत्री का कार्यक्रम हो रहा है।
बोमड़ा कवासी ने दुख के साथ कहा कि जावंगा में विकास सिर्फ एजुकेशन सिटी के रूप में ही दिखता है. जबकि गांव के भीतर अभी भी मूलभूत सुविधाओं की कमी है. गांव में बिजली है, लेकिन अक्सर बंद रहती है, गांव के कई मोहल्लों में सड़क और पुल की कमी है, ऐसे कई और समस्याएं गांव में है जो कि दूर ही नहीं हो रही हैं।
अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसी गांव में बने एजुकेशन सिटी सेंटर का अवलोकन करने और उनके छात्रों से मन की बात करने आ रहे हैं. उम्मीद है कि गांव वालों की मन की बात भी प्रधानमंत्री तक पहुंच जाए।
(सौजन्य : - वैभव शिव पांडे )