छत्तीसगढ़
के वेंकट गौरव प्रसाद और जूही देवांगन की जोड़ी का कमाल बुधवार को चीन में देखने को
मिलेगा.
चीन में बैडमिंटन एशिया चैम्पियनशिप की शुरुआत मंगलवार से हो चुकी
है, जो 29 अप्रैल तक चलेगा. इसमें मिक्स्ड डबल्स कैटेगिरी में वेंकट और जूही का मैच बुधवार को होगा. शाम 4 बजे से शुरू होने वाले मैच में उनका मुकाबला
हांगकांग के ली चूं लेई रेगिनॉल्ड और चाऊ होई वॉ के साथ होगा. चैम्पियनशिप में वेंकट और जूही की जोड़ी को मैन ड्रॉ
से मिक्स्ड डबल्स कैटेगिरी में एंट्री मिली है.
मालूम हो कि पिछले दिनों भारतीय बैडमिंटन संघ की ओर से रैंकिंग लिस्ट जारी गई थी. इसमें अंबिकापुर के वेंकट गौरव प्रसाद 1218 अंक के साथ पहले स्थान पर थे. भिलाई की जूही देवांगन ने 978 अंक के साथ 8वां स्थान हासिल किया था. वेंकट वर्ल्ड लेवल पर 117 और वर्ल्ड टूर लेवल पर 64 रैंकिंग पर हैं.
मालूम हो कि पिछले दिनों भारतीय बैडमिंटन संघ की ओर से रैंकिंग लिस्ट जारी गई थी. इसमें अंबिकापुर के वेंकट गौरव प्रसाद 1218 अंक के साथ पहले स्थान पर थे. भिलाई की जूही देवांगन ने 978 अंक के साथ 8वां स्थान हासिल किया था. वेंकट वर्ल्ड लेवल पर 117 और वर्ल्ड टूर लेवल पर 64 रैंकिंग पर हैं.
क्रिकेट के
शौकीन थे वेंकट
वेंकट ने
नारद पोस्ट से अपने शुरुआती दौर से लेकर अभी तक के सफर के लम्हों को शेयर किया. उन्होंने कहा कि वे 1996 से 2006 तक क्रिकेट के शौकीन थे. बैडमिंटन में भी हाथ आजमाते
थे. 12वीं के एग्जाम से एक महीने पहले क्रिकेट और बैडमिंटन के
नेशनल गेम की तारीख भी आ गई. पढ़ाई और गेम दोनों का दिमाग में
टेंशन चल रहा था. इस बीच घर वालों का सपोर्ट मिला और
उन्होंने क्रिकेट और बैडमिंटन का नेशनल गेम खेला. साथ ही,
12वीं की परीक्षा भी दिलाई. खुद की तैयारी को
देखते हुए पास होने का कम ही चांस था, लेकिन 73 परसेंटेज से पास हुए. उन्होंने कहाए पैरेंट्स को बच्चों
पर दवाब नहीं बनाना चाहिए. बच्चों को हमेशा अपने मन का करने
देना चाहिए. इससे बच्चे अपने मुकाम हो हासिल करने में कामयाब
होंगे.
क्रिकेट
छोड़ने का नहीं है दुख
वेंकट ने
कहा कि जब वे क्रिकेट खेलतेथेए तब छत्तीसगढ़ में ज्यादा स्कोप नहीं दिखा. वर्तमान में बीसीसीआई से मान्यता मिल गई है. उनके
साथ खेलने वाले कई खिलाड़ी छत्तीसगढ़ टीम से खेल रहे हैं.
उन्होंने कहा कि उन्हें क्रिकेट छोड़ने का कोई दुख नहीं है.
इन्होंने
दिखाया था रास्ता
वेंकट ने
बताया कि अगर उनकी मुलाकात छत्तीसगढ़ बैडमिंटन संघ के सचिव और कोच संजय मिश्रा से
नहीं होती तो शायद वे क्रिकेट खेलते रहते. 2006 में भिलाई में
कोच संजय मिश्रा से पहली बार मुलाकात हुई. उस दौरान उन्होंने
कहा था कि सोच लो आगे क्या खेलना है. इसके बाद से ही उन्होंने
बैडमिंटन को प्राथमिकता दी.
वेंकट के
नाम हैं ये रिकॉर्ड्स
वेंकट के
नाम कई रिकॉर्ड हैं.
वर्तमान में मिक्स्ड डबल्स कैटेगरी में इंडिया नम्बर.1 हैं. वर्ल्ड लेवल पर 117 और
वर्ल्ड टूर लेवल पर 64 रैंकिंग है.
नोट - नारद पोस्ट में खबर प्रकाशित हो चुकी है.
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