पिछले दिनों ऐश्वर्या राय की अगली फिल्म 'ऐ दिल है मुश्किल' के टीज़र लॉन्च के बाद कुछ इस तरह
की खबरें मीडिया में छाई रहीं कि अमिताभ बच्चन इस फिल्म में रणबीर कपूर के साथ
अपनी बहू के हॉट सीन को देख नाराज हैं। हालांकि, यह बात
कितनी सही है और कितनी गलत, यह स्पष्ट नहीं है, लेकिन अब अमिताभ ने अपने खानदान की बेटियों के लिए कुछ ऐसे शब्द लिखे हैं,
जो उन्हें बेझिझक आगे बढ़ने और अपने दम पर जिंदगी जीने के लिए
प्रेरणास्रोत साबित होंगे।
तुम दोनों के नाजुक कंधों पर बेहद अहम विरासत की
जिम्मेदारी है। आराध्या, अपने परदादा जी डॉ. हरिवंश राय बच्चन और
नव्या अपने परदादा जी श्री एच.पी. नंदा की विरासत संभाल रही हैं। तुम दोनों के
परदादा जी ने तुम्हें मौजूदा सरनेम दिया है, ताकि तुमलोग इस
प्रतिष्ठा, उपाधि और सम्मान को सेलिब्रेट कर सको। तुम दोनों भले ही नंदा या बच्चन हो, लेकिन तुमदोनों लड़की हो...महिला हो! और चूंकि तुमलोग महिला हो इसलिए लोग
अपनी सोच, अपना दायरा तुम पर थोपने की कोशिश करेंगे। वे
तुमसे कहेंगे कि तुम्हें कैसे कपड़े पहनने चाहिए, कैसा व्यवहार
करना चाहिए, किससे मिलना है और कहां जाना है। लोगों की धारणाओं में दबकर न रहना। अपने विवेक के बल पर
अपने फैसले खुद करना। किसी को यह तय करने का हक न देना कि तुम्हारी स्कर्ट की
लंबाई तुम्हारे कैरक्टर का पैमाना है। किसी को यह सलाह देने की अनुमति मत देना कि कौन
तुम्हारे दोस्त होने चाहिए और तुम्हें किन लोगों से दोस्ती रखनी चाहिए। किसी और वजह से शादी करने की जरूरत नहीं जबतक कि तुम खुद
शादी के लिए तैयार न हो। लोग बातें करेंगे। वे काफी बेकार बातें करेंगे, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि तुम्हें हर किसी की बातें सुननी है। कभी भी इन
बातों से परेशान न होना कि लोग क्या कहेंगे। आखिरकार सिर्फ तुम दोनों ही ऐसी हो, जिन्हें अपने किसी भी काम का नतीजा झेलना पड़ेगा, इसलिए
किसी दूसरे को तुम्हारे लिए फैसला लेने का हक मत देना। नव्या- तुम्हारा नाम,
तुम्हारे सरनेम की खासियत तुम्हारी उन मुश्किलों से नहीं बचाएगी,
जो महिला होने की वजह से तुम्हारे सामने आएंगी। आराध्या- समय के साथ तुम इन चीजों को समझोगी। हो सकता है
कि तब मैं तुम्हारे आसपास न रहूं, लेकिन मुझे लगता है कि जो कुछ आज
मैं कह रहा हूं उस वक्त भी तुम्हारे लिए प्रासंगिक (उचित) रहेगा। यह मुश्किल हो सकता है, एक महिला के लिए
यह दुनिया मुश्किल हो सकती है, लेकिन मेरा यकीन है कि
तु्म्हारी जैसी महिलाएं इन चीजों को बदल सकती हैं। अपनी सीमाएं खींच पाना, अपनी पसंद रखना, दूसरों को फैसले से ऊपर उठकर सोचना भले
ही आसान न हो, लेकिन तुम!...तुम हर जगह महिलाओं के लिए एक
उदाहरण बन सकती हो। ऐसा ही करना और जितना मैंने अबतक किया है तुमलोग उससे
कहीं ज्यादा करोगी और मेरे लिए सम्मान की बात होगी कि मैं अमिताभ बच्चन के नाम से
नहीं,
बल्कि तुम्हारे दादा और नाना के रूप में जाना जाऊं।
प्यार और स्नेह के साथ
तुम्हारे दादा जी और नाना जी
प्यार और स्नेह के साथ
तुम्हारे दादा जी और नाना जी
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